- हेमंत पाल
बीता हुआ हर साल खट्टी-मीठी यादों का गुलदस्ता होता है। इन यादों में से कुछ यादों को नए साल के लिए संजोकर रख लिया जाता है। ये जीवन में भी होता है और फिल्मों में भी। सिनेमा के नजरिए से देखा जाए, तो खट्टी-मीठी यादों का आशय है हिट और फ्लॉप होने वाली फ़िल्में। साल 2023 ने भी फिल्मों को बहुत कुछ ऐसा दिया, जिसका बीते कई सालों से इंतजार किया रहा था। देश के साथ सिनेमा ने भी कोरोना काल में दो साल का बहुत बुरा वक़्त देखा। कई महीनों तक सिनेमाघर बंद रहे। जब खुले तो दर्शकों ने उससे दूरी बनाए रखी, क्योंकि संक्रमण का खतरा टला नहीं था। लंबे समय तक फिल्मकार नई फ़िल्में रिलीज करने से बचते रहे। इस कारण 2022 का साल भी फिल्मों के हिसाब से ठंडा रहा था। कोरोना काल बीतने के बाद दर्शकों को सिनेमाघरों तक खींचने में फिल्म इंडस्ट्री को 3 साल लग गए। लेकिन, साल 2023 ने कई धारणाओं को खंडित करके कई फिल्मों को सफलता का नया शिखर छूने का मौका दिया।
साल का आरंभ एक जानवर के नाम वाली फिल्म 'लकड़बग्घा' से हुआ। जो साल के अंत में 'एनिमल' से होते हुए 'डंकी' पर जाकर ख़त्म हुआ। इस साल हिंदी की कुल 148 हिंदी फ़िल्में रिलीज हुई। कुछ फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर कमाई का रिकॉर्ड बनाया, तो कुछ फिल्मों को दर्शकों ने इतना बुरी तरह नकारा कि वे एक-दो शो के बाद ही सिनेमाघरों से ही उतार दी गई। बीते साल को सफलता और असफलता के पैमाने पर परखा जाए, तो फ्लॉप होने वाली फिल्मों की संख्या हिट के मुकाबले बहुत ज्यादा रही। इसी पैमाने पर हिट और फ्लॉप हीरो और हीरोइन को परखा जाए तो अक्षय कुमार और कंगना रनौत की फ़िल्में दर्शकों की कसौटी पर खरी नहीं उतरी। सबसे सफल हीरो शाहरुख़ खान को माना जा सकता है, जिनकी लगातार तीन फिल्मों ने करोड़ों की कमाई की। लंबे समय बाद शाहरुख खान का सितारा आसमान पर चमका। इस लिस्ट में सनी देओल को भी रखा जा सकता है, जिन्होंने सिर्फ एक फिल्म 'ग़दर-2' से लंबे अरसे बाद दर्शकों के दिल में जगह बना ली। सलमान खान भी एक फ्लॉप 'किसी का भाई किसी की जान' और एक हिट 'टाइगर-3' से चर्चा में बने रहे।
इस साल कुछ फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर झंडे गाड़े। लेकिन, इनकी संख्या उंगलियों पर गिनने वाली रही। कुछ ऐसी भी फिल्में रहीं, जो बेवजह विवादों में फंसी। सफलता के साथ विवादों में आई फिल्मों में सबसे ज्यादा चर्चित फिल्म रही 'आदिपुरुष' जिसके संवादों पर दर्शकों को एतराज हुआ। 'रामायण' जैसे धार्मिक कथानक पर आधारित इस फिल्म का फिल्मांकन भी दर्शकों के गले नहीं उतरा। भगवान राम बने दक्षिण के हीरो प्रभास से दर्शकों को काफी उम्मीदें थीं, लेकिन उन्होंने खासा निराश किया। भगवान राम और हनुमान के संवादों को पसंद नहीं किया गया। इसी तरह शाहरुख खान की सफल फिल्म 'पठान' ने बॉक्स ऑफिस पर तो कामयाबी के झंडे गाड़े, पर फिल्म के एक गाने 'बेशर्म रंग' की वजह से लंबा विवाद चला।
इसी तरह केरल में धर्मांतरण के मुद्दे पर बनी फिल्म 'द केरल स्टोरी' पर भी बहुत झमेला हुआ। इसे लव जिहाद का नया एंगल भी कहा गया, फिर भी फिल्म काफी चर्चित रही। अक्षय कुमार की फिल्म 'ओएमजी-2' को लेकर भी नकारात्मक माहौल बना। वास्तव में ये सीक्वल फिल्म पहली वाली की तरह धार्मिक नहीं थी। इस फिल्म का कथानक सेक्स एजुकेशन पर था, जिसे लेकर नाराजगी भी सामने आई। साल के अंत में भी विवाद से छुटकारा नहीं मिला। रणबीर कपूर की सफल फिल्म 'एनिमल' में महिला किरदारों के चित्रण और अति हिंसा को लेकर बहस छिड़ी और ये बहस संसद तक पहुंची।
इस साल कई कलाकारों ने बॉक्स ऑफिस पर जलवा बिखेरा। उनकी फिल्मों ने सिनेमाघरों में दर्शकों की पसंद का रिकॉर्ड बनाया। इन कलाकारों की फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर करोड़ों की कमाई भी की। साउथ से लेकर मुंबई फिल्म इंडस्ट्री तक के कलाकारों ने बॉक्स ऑफिस पर कब्जा जमाए रखा। साल के शुरूआती दौर में शाहरुख खान की फिल्म 'पठान' रिलीज हुई। 'पठान' ने बॉक्स ऑफिस पर जमकर कमाई की। आंकड़े की बात करें तो दुनियाभर में 'पठान' ने 1050 करोड़ का कलेक्शन किया। इसके बाद सनी देओल और अमीषा पटेल की फिल्म 'गदर-2' ने भी 22 साल पहले का वो दौर याद दिला दिया, जब इस सीरीज की पहली फिल्म 'ग़दर' (2001) ने बॉक्स ऑफिस को हिला दिया था। दर्शकों का इस फिल्म को लेकर जबरदस्त क्रेज दिखाई दिया। इस सीक्वल फिल्म ने भी दुनियाभर में 691.08 करोड़ का कारोबार किया।
इसके बाद आई शाहरुख़ खान की फिल्म 'जवान' ने तो मानो भूचाल ला दिया। ये शाहरुख़ की दूसरी हिट फिल्म थी। 'जवान' ने दुनियाभर में 1160 करोड़ का बिजनेस किया। इन दो फिल्मों ने शाहरुख़ पर वर्साटाइल एक्टर की मुहर भी लगा दी और शाहरुख़ की उस इमेज को पूरी तरह बदल दिया। अभी तक उन्हें रोमांटिक किरदारों का परफेक्ट हीरो ही माना जाता था। साल के अंत में आई शाहरुख़ की 'डंकी' ने भी अच्छी कमाई के संकेत दिए। खास बात ये भी रही कि शाहरुख़ खान लंबे अरसे बाद परदे पर आए और तीन फिल्मों से छा गए। शाहरुख की इस कॉमेडी-ड्रामा फिल्म का इंतजार हो रहा था। इस फिल्म ने पहले दिन 35 करोड़ की कमाई की। इससे पता चलता है कि दर्शक शाहरुख खान और उनकी फिल्में देखना पसंद करते हैं। उधर, साऊथ में रजनीकांत का अलग ही जलवा रहा। फ़िल्में उनके नाम से चलती है, न कि उनके काम और कहानी से। रजनीकांत की फिल्म 'जेलर' ने भी सिनेमाघरों में धमाल मचाया। 'जेलर' को लेकर रजनीकांत की तारीफ भी हुई और बॉक्स ऑफिस पर फिल्म का कलेक्शन 650 करोड़ रहा।
सफल फिल्मों में एक साऊथ की ही फिल्म 'लियो' भी रही जिसके हीरो विजय थलापति थे। 'लियो' एक एक्शन थ्रिलर फिल्म है, जिसमें तृष्णा कृष्णन और संजय दत्त ने भी किरदार निभाए। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा कारोबार किया। फिल्म ने 612 करोड़ रुपए कमाए। साल के आखिरी महीनों में आई रणबीर कपूर की फिल्म 'एनिमल' ने उम्मीद से कहीं ज्यादा अच्छा बिजनेस किया। रिलीज के बाद से ही फिल्म दर्शकों के दिलों पर छा गई। फिल्म ने दो सप्ताह में ही 800 करोड़ का कारोबार किया। फिल्म में ज्यादा हिंसा को लेकर भी टिप्पणी की गई, फिर भी दर्शक फिल्म देखने का मोह नहीं छोड़ पाए।
'द केरल स्टोरी' फिल्म को लेकर शुरू में काफी विवाद हुआ। लेकिन, फिर भी यह फिल्म ब्लॉकबस्टर हुई। इस फिल्म में केरल में होने वाले धर्म बदलाव की कहानी है। इस फिल्म के फैक्ट्स को लेकर सड़क से संसद तक बातें हुई। यह फिल्म एक लड़की फातिमा की कहानी है, जो नर्स बनना चाहती थीं। लेकिन, उसे कट्टरपंथी अपने चंगुल में फंसाकर जबरन धर्म परिवर्तन करवा कर आतंकवादियों के चंगुल में ले आते हैं। इस फिल्म ने साढ़े 500 से ज्यादा कलेक्शन किया। 'रॉकी और रानी की प्रेम कहानी' को भी अप्रत्याशित सफलता मिली। कथानक के अनुसार एक पंजाबी लड़का रॉकी एक बंगाली पत्रकार रानी के प्यार में फंस जाता है। उससे शादी करने के लिए अपने परिवार से लड़ जाता है। कैसे उन दोनों की शादी होती है यही कहानी क्लाइमेक्स है। 'रॉकी और रानी की प्रेम कहानी' में कॉमेडी के साथ रोमांस और ड्रामा का तड़का भी है। डेढ़ सौ करोड़ की इस फिल्म ने करीब 500 करोड़ का बिजनेस करके सबको चौंका तो दिया।
कुछ समय पहले रिलीज हुई फिल्म पोंनियिन सेल्वन पार्ट-2 एक सीक्वल फिल्म है। इस फिल्म में ऐतिहासिक चोला साम्राज्य का कथानक था। दक्षिण भारत के इस साम्राज्य की गाथा सुनी तो गई, पर इस फिल्म में उस कहानी को बेहद रोचक ढंग से प्रस्तुत किया गया। सलमान खान और कैटरीना कैफ की सीक्वल फिल्म 'टाइगर 3' को लेकर काफी कयास लगाए गए थे। लेकिन, फिल्म ने संभावना से कम बिजनेस किया। फिल्म ने बजट से ज्यादा कमाई जरूर की, पर सलमान खान का जादू दिखाई नहीं दिया, जो इस सीरीज की दो फिल्मों में दर्शकों ने देखा था। 'टाइगर 3' में देश को दुश्मनों से बचाने के लिए सलमान खान और कैटरीना की कोशिशों की कहानी है। फिल्म ने देश और दुनिया में मिलकर करीब साढ़े 700 करोड़ का कारोबार किया। ये तो हुआ फिल्म के कारोबार का सच।
लेकिन, बीता साल कुछ कलाकारों के लिए भी अच्छा नहीं रहा। क्योंकि, फिल्मों की सफलता के साथ उसके किरदारों की भी तारीफ होती है। लेकिन, बीते साल दो कलाकार ऐसे रहे, जो दर्शकों की नजर से पूरी तरह उतर गए और उनकी फ़िल्में भी फ्लॉप रही। अक्षय कुमार उनमें एक हैं जिनकी लगातार 5 फिल्में दर्शकों ने नकार दी। इनमें बच्चन पांडे, सम्राट पृथ्वीराज, रक्षा बंधन, राम सेतु और 'सेल्फी' शामिल है। यही स्थिति कंगना रनौत की भी रही। उनकी फिल्म 'धाकड़' और 'तेजस' दोनों बुरी तरह फ्लॉप हुई। एक समय कंगना की फ़िल्में दर्शकों के दिमाग पर चढ़ी थी, पर अब स्थिति ये है, कि दर्शक उसके चार शो भी नहीं झेल पाए।
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