Wednesday, November 8, 2023

फ्लॉप के बीच हिट फिल्मों का लंबा इतिहास!

- हेमंत पाल

    फिल्म इंडस्ट्री का पूरा दारोमदार हिट और फ्लॉप पर टिका है। समझा जाता है कि जो फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अच्छी कमाई करती है, उसे हिट समझा जाता और जिसकी कमाई सिमटती है, वो फ्लॉप की गिनती में दर्ज होती है। सौ सालों से ज्यादा पुराने फिल्म इतिहास में सैकड़ों फ़िल्में हिट हुई, पर फ्लॉप की संख्या उससे कई गुना ज्यादा है। एक दौर था, जब फिल्मों के हिट होने में उसका कथानक और उसके अदाकारी मायने रखती थी। लेकिन, अब ऐसा नहीं है। कई फ़िल्में सिर्फ इसलिए नहीं चलती कि उसके कलाकारों की दर्शकों के दिमाग में इमेज अच्छी नहीं होती। पिछले कुछ सालों में अक्षय कुमार और कंगना रनौत की फ़िल्में लगातार फ्लॉप हुई। यहां तक कि हिट फिल्मों का कलाकार कहे जाने वाले आमिर खान और सलमान खान भी नहीं चले। दरअसल, इन कलाकारों की कुछ फ़िल्में ठीक थी, पर दर्शकों ने उन्हें नकार दिया। जबकि, शाहरुख़ खान की लगातार दो फिल्म 'पठान' और 'जवान' ने रिकॉर्ड तोड़ कमाई की। दर्शकों की पसंद-नापसंद किसी भी फिल्म की सफलता का आधार होती है और हिट फिल्म का सबसे बड़ा फार्मूला भी यही है। लेकिन, सिर्फ बॉक्स ऑफिस की कमाई ही हिट का मापदंड नहीं होता! कई बार कम कमाई करने वाली फिल्मों को भी उनके अनोखे कथानक के कारण सफल माना जाता है।       
      फिल्म इतिहास की पहली सुपरहिट फिल्म अशोक कुमार की 'किस्मत' को माना जाता है। 1943 में आई इस फिल्म में उन्होंने अपने किरदार से इतिहास रच दिया था। उस दौर में हीरो निगेटिव रोल से परहेज करते थे, इसके बावजूद अशोक कुमार ने ये किरदार निभाकर सबको हैरान किया था। उस दौर में हीरो की छवि साफ सुथरी होती थी, तब उन्होंने निगेटिव हीरो का किरदार निभाकर हीरो की इमेज को बदला था। ये फिल्म न सिर्फ उनके करियर बल्कि फिल्म इंडस्ट्री के लिए भी मील का पत्थर साबित हुई थी। फिल्म ने ऐसा रिकॉर्ड बनाया था जो 32 साल तक कोई तोड़ नहीं पाया! ये रिकॉर्ड 1975 में आई 'शोले' ने तोड़ा था। अशोक कुमार की 'किस्मत' ने ऐसा कमाल किया था कि 3 साल तक यह सिनेमाघरों से हटी नहीं! कोलकाता के एक सिनेमाघर में तो ये 187 हफ्ते तक लगी रही। सुपरहिट फिल्मों की गिनती में इसके बाद कई फिल्मों के नाम जुड़ते गए। 1949 में आई अशोक कुमार की ही फिल्म 'महल' ने भी कामयाबी के झंडे गाड़े थे। उनके साथ इस फिल्म में मधुबाला ने भी अभिनय किया था। इसे पहली हॉरर फिल्म भी कहा जाता है। 
      दिलीप कुमार को हिट फिल्मों का बेताज बादशाह माना जाता था। 1949 की फिल्म 'अंदाज' में दिलीप कुमार के साथ नरगिस ने काम किया था। ये एक ऐसी बिगड़ैल अमीर लड़की कहानी है, जिसकी दोस्ती सीधे-साधे लड़के दिलीप कुमार से हो जाती है। वे इसे प्यार समझते हैं। लेकिन, उन्हें तब धक्का लगता है, जब उनकी शादी राजकपूर से हो जाती है। 'दाग' (1952) में दिलीप कुमार ने शंकर नाम के युवक का रोल किया है जो विधवा मां के साथ खिलौने बेचकर जीवन यापन करता है। बाद में उसे शराब की लत पड़ जाती है। इस फिल्म के लिए उन्होंने सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का अवार्ड जीता। 1955 में आई फिल्म 'आजाद' में दिलीप कुमार और मीना कुमारी ने अभिनय किया था। इस फिल्म की कहानी आजाद नाम के डाकू और शोभा की है। शोभा आजाद से शादी करना चाहती है, पर उसे बाद में पता चलता है कि आजाद डाकू हैं।
     इसी साल (1955) में आई 'देवदास' के किरदार में दिलीप कुमार ने अभिनय में जान डाल दी थी। यह किरदार अपनी प्रेमिका पारो की याद में तड़पते हुए शराबी बन जाता है और फिर चन्द्रमुखी के कोठे तक पहुंच जाता है। 1957 की 'नया दौर' में उनके साथ वैजयंती माला ने काम किया था। इसमें दिलीप कुमार तांगे वाला बने हैं, जो अपनी रोजी-रोटी के लिए संघर्ष करते हैं। 1958 की सुपरहिट फिल्म 'मधुमती' में दिलीप कुमार के साथ वैजयंती माला लीड रोल में थी। पुनर्जन्म पर आधारित है इस फिल्म में वैजयंती माला की आत्मा भटकती है और वो अपनी मौत की वजह बताने के लिए पुकारती है। 1960 में आई 'मुग़ल-ए-आजम' अकबर और सलीम के ड्रामे पर बनी थी। इस फिल्म को के आसिफ ने डायरेक्ट किया था, जिसे बनाने में ही दस साल लगे थे। दिलीप कुमार ने सलीम और मधुबाला ने अनारकली की भूमिका निभाई थी। 'गंगा जमुना' (1961) में उनके साथ वैजयंती माला ने काम किया था। फिल्म में विधवा मां के दो बेटे गंगा और जमुना होते हैं। गंगा जमीदार के यहां काम करता है, जमुना शहर जाकर पढ़ाई करता है और बाद में पुलिस अफसर बन जाता है। 1967 में आई 'राम और श्याम' में दिलीप कुमार डबल रोल में थे। ये दो भाइयों की कहानी है, जो जन्म लेते ही अलग हो जाते हैं। एक सीधा युवक होता है, वहीं श्याम की भूमिका में दिलीप कुमार तेज-तर्रार दिखाए गए थे। दिलीप कुमार की सुपरहिट फिल्मों का दौर 1991 में आई 'सौदागर' तक चला। ये फिल्म दो दोस्त राजू और वीरू (दिलीप कुमार और राजकुमार) की दोस्ती और दुश्मनी पर आधारित थी। 
     सुपरहिट फिल्मों में भारत भूषण और मीना कुमारी अभिनीत 'बैजू बावरा' भी है, जो अपने समय काल में बहुत पसंद की गई। इस फिल्म का गाने ओ दुनिया के रखवाले, तू गंगा की मौज मैं बहुत ज्यादा पसंद किए गए थे। आज भी पुराने हिट सांग में इनकी लोकप्रियता बरक़रार है। हिट फिल्मों वाले अभिनेताओं में देव आनंद की अपनी अलग ही पहचान थी। उनकी फिल्म 'सीआईडी' ने देव आनंद को सितारा बना दिया था। इस फिल्म के गीत कभी आर कभी पार, ये है बॉम्बे मेरी जान, आंखों ही आंखों में इशारा, लेके पहला पहला प्यार बेहद पसंद किए गए थे। उनकी फिल्म 'ज्वेल थीफ' रोमांचक कहानी, हैंडसम हीरो, चालाक विलेन और खूबसूरत हीरोइन की सनसनीखेज कहानी थी। इसने सिनेमाघरों में रिकॉर्ड तोड़ दिए थे। इस फिल्म ने देव आनन्द की लोकप्रियता दुगनी कर दी थी। फिल्म में पहनी उनकी चेक की टोपी कोपेनहेगन से लाई गई थी। देव आनंद और वहीदा रहमान की 'गाइड' अपनी अनोखी कहानी और गानों के कारण हिट हुई थी। 
    हिंदी फिल्म अभिनेताओं में राज कपूर का अपना अलग ही जलवा था। 'आवारा' राज कपूर को सुपरहिट बनाने वाली फिल्म थी। इसने देश के साथ विदेशों में भी धूम मचाई थी। इसके गाने भी काफी पसंद किए गए थे। इसी तरह 'श्री 420' में राज कपूर के साथ नर्गिस ने काम किया था जिसका गाना 'प्यार हुआ इकरार हुआ' काफी हिट हुआ था। इसी गाने के जरिए छोटे से ऋषि कपूर पहली बार स्क्रीन पर दिखाई दिए थे। प्रेम त्रिकोण पर आधारित फिल्म 'संगम' विदेशी धरती पर फिल्माई जाने वाली पहली भारतीय फिल्म थी। ये उस वक्त की सबसे लंबी फिल्म भी थी। इसकी लंबाई करीब चार घंटे थी। फिल्मों में एंग्री यंग मैन कहे जाने वाले अमिताभ बच्चन को हिट फिल्मों की मशीन कहा जाता रहा है।
      'जंजीर' से शुरू हुआ अमिताभ का हिट फिल्मों का दौर काफी लम्बा चला जिसमें दीवार, नटवरलाल, अमर अकबर एंथोनी, शोले, कभी-कभी से लगाकर आजतक ये जारी है। जब भी फिल्मों में हिट फिल्मों का जिक्र होगा अमिताभ की फिल्मों की लंबी लिस्ट दर्ज होगी। 'मदर इंडिया' भी हिट और लोकप्रिय फिल्मों में गिनी जाती है। ये वो फिल्म है, जिसकी कभी कॉपी नहीं की जा सकती। सशक्त मां के किरदार में नरगिस ने इस रोल को अमर किया है। गुरुदत्त की फिल्म 'प्यासा' ऐसी ट्रैजिक प्रेम कहानी थी, जो यथार्थवादी सिनेमा के लिए मील का पत्थर बन गई। इस फिल्म वर्ल्ड क्लास सिनेमा की बेहतरीन फिल्मों में गिना जाता है। मनोज कुमार की 1967 में आई 'उपकार' भी सुपरहिट फिल्मों में शामिल है। इस फिल्म ने 6 फिल्मफेयर और तीन नेशनल अवार्ड जीते थे। हिट फिल्मों वाले कलाकारों में राजेश खन्ना भी शुमार हैं। उन्हें 'कटी पतंग' ने सुपर स्टार बनाया था। इस फिल्म में विधवा का रोल निभाने के लिए कई टॉप एक्ट्रेस ने इनकार कर दिया था, तब आशा पारेख ने इसे स्वीकार किया था। उन्हें उस साल फिल्मफेयर का बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड भी मिला था। 1969 में आई हिट फिल्म 'आराधना' ने राजेश खन्ना को बुलंदियों पर पहुंचा दिया था। ये पहली हिंदी फिल्म थी, जिसने 100 दिन लगातार थिएटरों में चलने का रिकॉर्ड बनाया था। इसके बाद तो दाग, अजनबी और 'आनंद' जैसी कई हिट फ़िल्में आई। 'आनंद' को राजेश खन्ना की सबसे संजीदगी वाली यादगार फिल्मों में गिना जाता है। 
      ऋषि कपूर को तो उनकी फिल्म 'बॉबी' ने स्टार बना दिया था। इसके बाद ऋषि कपूर ने समाज की कुरीतियों पर प्रहार करने वाली 'प्रेम रोग' जैसी कई हिट फिल्मों में काम किया। कभी-कभी, रफूचक्कर और 'दूसरा आदमी' भी उनकी हिट फिल्मों में रही। आज के दौर में सलमान खान को हिट कलाकार माना जाता है, जिनके नाम से फ़िल्में चलती है। 'मैने प्यार किया' से शुरू हुआ उनका दौर मारधाड़ की फिल्मों तक पहुंच गया। लेकिन, 'हम आपके हैं कौन' सलमान और माधुरी दीक्षित की सौ करोड़ कमाने वाली देश की पहली फिल्म थी। इसके अलावा भी सलमान की कई फ़िल्में फिट हुई और 'टाइगर' सीरीज की उनकी लगातार दो फ़िल्में पसंद की गई। जबकि, शाहरुख़ खान को फिल्मों में रोमांस का बादशाह कहा जाता है। 'दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे' सिनेमा को नया सुपरस्टार और रोमांटिक हीरो देने वाली फिल्म थी। ये फिल्म देश के साथ साथ विदेशों में भी काफी पसंद की गई। शाहरुख़ की हिट फिल्मों की लिस्ट लंबी जरूर है, पर उनकी दो फ़िल्में 'पठान' और 'जवान' ने उनकी इमेज को बदलकर रख दिया।      
       कॉमेडी फिल्मों के इतिहास में 'गोलमाल' सबसे ऊपर है। अमोल पालेकर और उत्पल दत्त की कॉमेडी के चलते ये फिल्म कालजयी बन गई। 70 के दशक में जब एंग्री यंग मैन की तूती बोल रही थी, ये कॉमन मैन सबके दिलों में घर कर चुका था। 'जाने भी दो यारो' को पहली डार्क कॉमेडी का तमगा दिया जाता है। देश की सबसे बड़ी सुपरहिट फिल्मों का जब भी नाम आएगा, बात 'शोले' पर जाकर ही ख़त्म होगी। इस फिल्म के हर एक कलाकार को फिल्म ने कालजयी बना दिया। अमिताभ और धर्मेंद्र की जोड़ी ने बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा दिया था। गब्बर सिंह के किरदार में अमजद खान अमर हो गए। अनिल कपूर की सुपरहिट फिल्मों में से एक 'तेजाब' ने तो कमाल किया था। अनिल कपूर की ही 'मिस्टर इंडिया' हिट फिल्मों में एक है। श्रीदेवी की फिल्म 'नगीना' फिक्शन फिल्म थी। लेकिन, इसे बहुत पसंद किया गया। आमिर खान की 'लगान' भी कमाल करने वाली फिल्मों में है। 'लगान' को ऑस्कर के लिए भी नामित किया गया था। आमिर की ही 'थ्री इडियट' ने न सिर्फ सफलता के नए कीर्तिमान रचे बल्कि भारतीय पेरेंट्स को एक नई दिशा में सोचने के लिए प्रेरित किया। ये पहली बॉलीवुड फिल्म थी, जिसने 200 करोड़ का कारोबार किया था। 'बाहुबली' नए दौर की सुपरहिट फिल्म कही जा सकती है। 
-------------------------------------------------------------------------------------------------------------

No comments: