Sunday, September 1, 2024

कंगना की वाचालता ने भाजपा को उलझा दिया

    अभिनेत्री से नेता बनीं कंगना रनौत हमेशा अपने बयानों के कारण सुर्खियों में बनी रही। लेकिन, भाजपा की सांसद बनने के बाद उनकी वाचालता सीमा लांघने लगी। पर, इस बार का बयान पार्टी के लिए मुसीबत बन गया। कंगना सिर्फ राजनीतिक बयानबाजी ही नहीं करती, वे फिल्म वालों पर भी लगातार निशाना लगा रही है। उनकी ये आदत नई नहीं है। बड़बोलेपन की वजह से कंगना का 2021 में सोशल मीडिया अकाउंट भी बैन कर दिया गया था। क्योंकि, हमेशा कंगना कुछ न कुछ ऐसा बोल जाती हैं कि वो सुर्खी बन जाता है। लेकिन, वे हमेशा की तरह यही कहती हैं कि उनके दिल में जो आएगा वह बोलेंगी। 
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- हेमंत पाल

     लोकसभा चुनाव जीतने के बाद कंगना रनौत जिस तरह वाचाल हो रही, इस बात का अंदेशा था कि वे किसी दिन अपनी पार्टी (भाजपा) को मुश्किल में डालेंगी, वही हुआ भी। पर, कंगना की वाचालता इतनी जल्दी विवाद खड़ा करेगी, ये नई बात जरूर है। जिस तरह से हर मुद्दे पर कंगना की जुबान चल रही थी, वो इस बात का इशारा तो था कि बहुत जल्द कुछ बड़ा होने वाला है। किसान आंदोलन को लेकर कंगना के बयान ने पार्टी को परेशानी में डाल ही दिया। भाजपा ने भी कंगना के बयान पर असहमति जताई और बयान जारी करके उन्हें (कंगना) भविष्य में ऐसी टिप्पणी नहीं करने का निर्देश दिया।
    यह स्थिति तब आई, जब कंगना ने यह बयान देकर विवाद खड़ा किया था 'अगर हमारी लीडरशिप कमजोर होती तो देश में बांग्लादेश जैसी स्थिति हो सकती थी। सभी ने देखा कि किसान आंदोलन के दौरान क्या हुआ था। प्रदर्शन की आड़ में हिंसा फैलाई गई। वहां बलात्कार हो रहे थे। लोगों को  मारकर लटकाया जा रहा था। इस स्थिति में भारत में बांग्लादेश जैसी स्थिति हो सकती थी। केंद्र सरकार ने जब कृषि कानूनों को वापस लिया तो सभी प्रदर्शनकारी चौंक गए। इस आंदोलन के पीछे एक लंबी प्लानिंग थी।' 
    कंगना के इस बयान के बाद जो हालात बनना शुरू हुए उसे भाजपा ने भांप लिया और तत्काल एक बयान में कहा कि किसानों के आंदोलन के संदर्भ में भाजपा सांसद कंगना रनौत द्वारा दिया गया बयान पार्टी की राय नहीं है। भारतीय जनता पार्टी ने कंगना रनौत द्वारा दिए गए बयान से अपनी असहमति व्यक्त की। बयान में कहा गया कि भाजपा की ओर से कंगना रनौत को पार्टी के नीतिगत मुद्दों पर बयान देने की न तो अनुमति है और न उन्हें ऐसा करने का अधिकार है। भाजपा की ओर से कंगना रनौत को भविष्य में इस तरह का कोई बयान न देने का निर्देश भी दिया गया। बयान में कहा गया कि भारतीय जनता पार्टी 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास' और सामाजिक सद्भाव के सिद्धांतों का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध है।
    कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने भी कंगना के किसानों पर दिए बयान और भाजपा की प्रतिक्रिया पर पलटवार करते हुए कहा 'पार्टी का मत नहीं है, तो पार्टी से निकालिए, अपनी सांसद कंगना से कहिए किसानों से हाथ जोड़कर माफी मांगें, बीजेपी खुद किसानों से माफी मांगे, अन्नदाताओं के लिए यह शब्द अपमान नहीं देशद्रोह है।' कंगना ने पंजाब के किसानों पर टिप्पणी करके चिंगारी को हवा देकर भले विवाद खड़ा किया हो, पर वे जब से वे सांसद बनी है लगातार अनर्गल बयानबाजी कर रही हैं। वे सिर्फ राजनीतिक बयान ही नहीं दे रहीं, फिल्म इंडस्ट्री को लेकर भी उनके बयान सामने आए। 
    एक इंटरव्यू के दौरान कंगना ने अभिनेत्रियों पर कमेंट करते हुए कहा कि कोई खान, कुमार या कपूर आपको सफल नहीं बना सकता। कंगना ने तीनों खान के साथ काम करने की इच्छा जताते हुए भी कहा था कि उन्हें लेकर फिल्म प्रोड्यूस और डायरेक्ट करना चाहती हैं, जहां वे एक्टिंग कर सकते हैं। एक  पॉडकास्ट के दौरान सवाल-जवाब में भी उन्होंने कई अनर्गल बातें की थी। पहले जवाब में कहा 'मैं बॉलीवुड टाइप की इंसान नहीं हूं। मैं निश्चित रूप से बॉलीवुड के लोगों से दोस्ती नहीं कर सकती। बॉलीवुड के लोग अपने आप में बहुत मस्त हैं। वो मूर्ख और बुद्धिहीन हैं। वो प्रोटीन शेक पीते हैं, ये वो .... तो इस तरह की जिंदगी है उनकी। ये इसी तरह की जिंदगी जीते हैं। दूसरा बयान 'अगर वे शूटिंग नहीं कर रहे होते, तो उनकी दिनचर्या यह होता है। वे सुबह उठते हैं, कुछ वर्कआउट करते हैं। दोपहर में सोते हैं, फिर उठते हैं, जिम जाते हैं, फिर रात में सोते हैं या टीवी देखते हैं। वे टिड्डे की तरह होते हैं, बिल्कुल खाली।'
     तीसरे बयान में कंगना ने कहा 'आप ऐसे लोगों से कैसे दोस्ती कर सकते हैं? उन्हें पता नहीं होता कि कहां क्या हो रहा है, उनकी कोई बातचीत नहीं होती। वो मिलते हैं, शराब पीते हैं और अपने कपड़ों, एक्सेसरीज पर चर्चा करते हैं। मैंने बहुत कोशिश की है कि बॉलीवुड में मुझे कोई ऐसा तमीज वाला इंसान मिल जाए, जो ब्रांडेड बैग्स या गाड़ियों से भी अलग बात कर पाए।' इसके अलावा कंगना ने बॉलीवुड की पार्टियों को भी घटिया बताया। कहा 'बॉलीवुड की पार्टियां बहुत ही घटिया और शर्मनाक होती हैं। यहां सिर्फ बेकार की बातें होती हैं।' कंगना रनौत सिर्फ अभी ज्यादा नहीं बोल रही, वे कभी चुप नहीं रहती। उनके मुंहफट होने, बड़बोलेपन और कथित सच बोलने का खामियाजा भी उन्हें भुगतना पड़ रहा है।
    एक तरफ जहां कंगना और ऋतिक रोशन का विवाद खत्म नहीं हुआ, उन्होंने शाहिद कपूर के खिलाफ भी जंग छेड़ दी थी। कंगना ने शाहिद कपूर को लेकर कई तरह के बयान दिए। लेकिन, शाहिद ने जवाब दिया कि फिल्म के प्रमोशन के लिए इस तरह की बयानबाजी ठीक नहीं। कंगना के बयान ही विवादास्पद नहीं होते, उनकी बातों में दंभ भी झलकता है। कंगना रनौत हमेशा ही अपने आपको बड़ी अभिनेत्री साबित करने पर तुली रही। वे बार-बार दावा करती रही हैं कि अब वे सिर्फ नारी प्रधान व उन फिल्मों में अभिनय करती हैं, जिनकी कहानियां उनके किरदार के इर्द गिर्द घूमती हो! उनका दावा है कि अब उनके लिए खास तौर पर किरदार लिखे जा रहे हैं। 
कंगना के वे बयान जो विवाद बने 
- कंगना रनौत ने राहुल गांधी पर बयान दिया था 'वो जिस तरह की बदहवास बातें करते हैं उनका टेस्ट होना चाहिए कि क्या हो कई ड्रग्स लेते हैं।'
- साल 2021 में एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में कंगना रनौत ने कहा था 'भारत को साल 1947 में भीख में आजादी मिली थी और देश को असली आज़ादी साल 2014 में मिली।'
- कंगना रनौत ने बिलकीस और महिंदर कौर की तस्वीरें एक साथ ट्वीट करते हुए तंज़ कसा था 'हा हा. ये वही दादी हैं, जिन्हें टाइम मैगजीन की 100 सबसे प्रभावशाली व्यक्तियों की लिस्ट में शामिल किया गया था ....और ये 100 रुपये में उपलब्ध हैं।'
- महाराष्ट्र में राजनीतिक दलों की टूट और एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री बनने पर उन्होंने लिखा था कि 'राजनीतिज्ञ राजनीति नहीं करेगा तो क्या गोलगप्पे बेचेगा।'
- उन्होंने सोशल मीडिया पर इसी मुद्दे से जुड़े एक पोस्ट में लिखा 'शंकराचार्य जी ने महाराष्ट्र के हमारे मुख्यमंत्री को अपमानजनक शब्दावली से ग़द्दार, विश्वासघाती जैसे आरोप लगाते हुए हम सब की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है, शंकराचार्य जी इस तरह की छोटी और ओछी बातें करके हिन्दू धर्म की गरिमा को ठेस पहुँचा रहे हैं।' 
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