Sunday, April 23, 2023

दूसरी दुनिया के अबूझ रहस्य और मसालेदार सिनेमा!

- हेमंत पाल

      हॉलीवुड के जाने-माने फिल्ममेकर स्टीवन स्पीलबर्ग ने एलियन और यूएफओ के बारे में नई चर्चा छेड़कर इस अनसुलझे विषय को फिर ताजा कर दिया।स्पीलबर्ग का कहना है कि अमेरिका की सरकार दूसरी दुनिया के बारे में जानकारी छुपा रही है। उनके इस बयान की चर्चा ने एलियन के अस्तित्व को लेकर फिर बहस छेड़ दी। इस अमेरिकी फिल्मकार को लगता है कि निश्चित रूप से ब्रह्मांड में हम अकेले नहीं है, हमारे अलावा और भी कोई है। सिर्फ धरती पर ही नहीं, कहीं और भी जीवन है। उन्होंने अमेरिका में एलियन और मनुष्य के बीच उन सैकड़ों मुठभेड़ों का भी जिक्र किया, जिसका रिकॉर्ड मौजूद है! कुछ समय पहले अमेरिका से एक जानकारी सामने आई थी, कि वहां के आसमान में रहस्यमयी चीज देखी गईं, जिन्हें यूएफओ और एलियन माना गया। लेकिन, इसका रहस्य आज तक नहीं खुला। 
      अमेरिका अंतरिक्ष एजेंसी 'नासा' के वैज्ञानिक बरसों से अंतरिक्ष में मौजूद उपग्रहों पर जीवन तलाश रहे हैं। लेकिन, उन्हें भी जीवन के लिए धरती जैसी अनुकूल जगह नहीं मिली। लेकिन, संभावना के दरवाजे अभी बंद नहीं हुए। जबकि, हमारे यहां एलियन जैसी परिकल्पना पौराणिक ग्रंथों का हिस्सा रही है। धरती के अलावा स्वर्ग लोक, नाग लोक, पाताल लोक की कथाएं हम सभी ने सुनी, जिसमें वहां रहने वाले प्राणियों का उल्लेख मिलता है। जहां हमारी परिकल्पना में दूसरी दुनिया के लोग हमारी तरह ही नहीं, बल्कि हमसे ज्यादा सुंदर दिखाई देते हैं। स्वर्ग की अप्सराएं नागलोक की नागकन्या, समुद्री सुंदरी या पाताल कन्याएं सभी सुंदरता में बेमिसाल थी। लेकिन, पश्चिमी देशों ने इन्हे ईटी (एक्स्ट्रा टेरिटोरियल) एलियन या पारलौकिक जगत की हस्तियां तो माना, लेकिन इनका स्वरूप धरती पर रहने वाले मानवों की तुलना में ज्यादा कुरूप बताया गया। चाहे वह ईटी के पात्र हों या एलियंस, अवतार या स्टार ट्रेक के पात्र ही क्यों न हो। वहां इन्हें अक्सर हरा नीला बताया गया है और इनकी आवाजें भी अजीबो-गरीब तरह की बताई जाती है।
    माना जाता है कि जब धरती पर जीवन है, तो किसी और ग्रह पर भी होगा! भले ही वास्तविकता में दूसरी दुनिया अभी एक राज हो, पर फिल्मकारों ने इस गुत्थी को कई बार सुलझा लिया। न सिर्फ हॉलीवुड की फिल्मों में इसे सुलझाया, बल्कि हिंदी फिल्मों में तो एलियन से दोस्ती के कथानक भी रच दिए गए। कई ऐसी फ़िल्में भी बनी, जिनमें एलियन को एक किरदार की तरह दिखाया गया, जिसे लोगों ने पसंद भी किया। अमेरिकी अंतरिक्ष यान के यात्री नील आर्मस्ट्रांग ने 1969 में जब अपोलो-11 यान से उतरकर चांद पर पहला कदम रखा था, तो पूरी दुनिया रोमांचित हुई थी। 
    उनके चांद पर कदम रखने से पहले ही अंतरिक्ष विषय पर देश में पहली फिल्म 1963 में तमिल में 'कलाई आरासी' बन चुकी थी। कहा जाता है कि ये पहली ऐसी भारतीय फिल्म थी, जिसमें स्पेस ट्रैवलिंग और एलियंस को दिखाया गया था। फिल्म में हीरो अपनी गर्लफ्रेंड को बचाने के लिए एलियन के ग्रह तक पहुंच जाता है और उनसे लड़कर अपनी नायिका को छुड़ा लाता है। लेकिन, पहली हिंदी फिल्म 1967 में 'चांद पर चढ़ाई' बनी, जिसमें दारा सिंह ने चांद तक का सफर तय किया था। फिल्म में उनकी भूमिका साइंटिस्ट की थी। कुछ एलियन उनका अपहरण कर लेते हैं। ये अच्छे एलियन और इंसानों जैसे ही होते हैं। कुछ बुरे एलियन भी इस फिल्म में थे, जिन्हें वनमानुष की तरह दिखाया गया था। लेकिन, आज भी किसी को नहीं पता कि एलियन आखिर होते कैसे हैं। 
      रितिक रोशन की फिल्म 'कोई मिल गया' (2003) में एलियन को फिल्म का केंद्रीय पात्र बनाकर कथानक को रचा गया था। जिस तरह नाटकीय स्थितियों में सारे फ़िल्मी फार्मूलों का इस्तेमाल करके इस फिल्म को डायरेक्ट किया गया, उसे बेहद पसंद किया गया था। ये एलियन विषय पर बनी पहली फिल्म थी, जिसने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा कारोबार किया और आज भी इसे रितिक की सुपरहिट फिल्म माना जाता है। इस फिल्म को हॉलीवुड फिल्म 'ईटी' की नक़ल बताया गया, जो 2002 में रिलीज हुई थी। लेकिन, इसे हिंदी में जिस तरह बनाया गया वो अनोखा प्रयोग था। दूसरी दुनिया से आया अनजान प्राणी अपने यूएफओ से बिछड़कर पृथ्वी पर ही रह जाता है। रितिक रोशन उसे वापस भेजने में मदद करते हैं। लेकिन, बदले में वो प्राणी रितिक की कई तरह से मदद करता है।
    दक्षिण में जयम रवि, आरोन अजीज और निवेथा पेथुराज स्टारर फिल्म ‘टिक टिक टिक’ साल 1998 में रिलीज हुई जो 'आर्मागेडन' से प्रभावित थी। अच्छे वीएफएक्स के कारण फिल्म को काफी पसंद किया गया था। लेकिन, इसकी कहानी दर्शकों को पसंद आई। ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट साबित हुई थी। इसके बाद दक्षिण में ही 2018 में 'अंतरिक्षम 9000 kmph' रिलीज हुई। इस फिल्म में अंतरिक्ष की दुनिया और एस्ट्रोनॉट्स की चुनौतियों को दिखाया गया था। फिल्म में लव एंगल के साथ-साथ स्पेस स्टेशन पर रह रहे एस्ट्रोनॉट्स के सामने आई मुश्किलों को भी दिखाया था। 
    2012 में रिलीज हुई 'जोकर' कॉमेडी साइंस फिक्शन फिल्म थी। इसका निर्देशन शिरीष कुंद्रा ने किया। फिल्म की कहानी एक गांव पागलपुर की होती है, जहां बिजली, पानी जैसी सुविधाएं तक मौजूद नहीं हैं। अक्षय कुमार एक वैज्ञानिक होते हैं, जो दुनिया में एलियंस की मौजूदगी की खोज करते है। वे भी इसी गांव के रहने वाले हैं। ये वैज्ञानिक एक दिन अपनी पत्नी सोनाक्षी सिन्हा के साथ गांव लौटता है। किस्मत उसका साथ देती है और वो अपने इस छोटे से गांव को ग्लोबल मैप में एक पहचान दिला देता है। साथ ही एलियंस की खोज भी जारी रखता है। इस गांव को पूरी दुनिया जानने लगती है, पर लोकप्रियता के साथ कई मुश्किलें भी आती हैं। लेकिन, दर्शकों को गंभीर विषय में कॉमेडी का तड़का रास नहीं आया। 
     2014 में आई आमिर खान की फिल्म 'पीके' ने कमाल कर दिया था। फिल्म में एक एलियन धरती पर आ जाता है। धरती पर वो धार्मिक पाखंड को समझ नहीं पाता और धीरे-धीरे उनकी पोल खोलता जाता है। इस फिल्म के निर्माता राजकुमार हिरानी के साथ-साथ विधु विनोद चोपड़ा और सिद्धार्थ रॉय कपूर थे। अपने अनोखे कथानक के कारण फिल्म ने 600 करोड़ से ज्यादा का कारोबार किया था। फिल्म का कथानक दूसरे ग्रह से आए एक किरदार के आसपास घूमता है। वो पृथ्वी पर आ तो जाता है, पर उसके यान को बुलाने वाला रिमोट चोर लेकर भाग जाता है। इसके बाद वह धरती पर ही घूमता रहता है। फिल्म के कई प्रसंग बेहद दिलचस्प थे और कुछ प्रसंगों पर विवाद भी उठे। लेकिन, फिल्म अपनी तरह की अकेली फिल्म थी, जिसमें आमिर खान ने दूसरे ग्रह वाले का किरदार निभाया था। वो धरती पर आकर ही कपड़े पहनना और खाना सीखता है। नाटकीय घटनाओं के बाद अंत में 'पीके' को उसका खोया हुआ रिमोट मिल जाता है और वो वापस अपने ग्रह लौट जाता है।    
      हिंदी में 2019 में आई फिल्म 'मिशन मंगल' इसरो (इंडियन रिसर्च स्पेस ऑर्गेनाइजेशन) के सबसे सफल अभियान 'मार्स ऑर्बिटर मिशन' पर बनी सफल फिल्म रही। अक्षय कुमार की इस फिल्म को दर्शकों ने पसंद भी किया। फिल्म में अंतरिक्ष का तो कोई सीन नहीं था। यह फिल्म पहले मंगल स्पेस रॉकेट की कहानी आधारित थी। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट साबित हुई थी। इस विषय पर आर माधवन की फिल्म 'रॉकेट्री' 2022 में आई थी। फिल्म को दर्शकों ने पसंद भी किया था। इस फिल्म में शाहरुख खान ने कैमियो रोल किया था। 
    हॉलीवुड में भी यूएफओ और एलियंस को लेकर कई प्रयोग हुए। 1996 में आई हॉलीवुड सुपरस्टार विल स्मिथ की फिल्म 'इंडिपेंडेंस डे' की कहानी एलियन अटैक की कहानी पर आधारित थी। इस फिल्म में ये दिखाया गया था कि अंतरिक्ष से धरती पर आकर एलियन ने किस तरह तबाही मचाई। दुनिया को इस तबाही से बचाने के लिए फिल्म का हीरो एलियन का डटकर सामना करता है। फिल्म ’अराइवल’ की कहानी भी एलियन के बारे में गहराई से जानने की तरफ इशारा करती है। हालांकि, एलियन की वजह से माहौल कैसे बिगड़ता है और भूचाल आता है, वो फिल्म 'अराइवल' में ही देखने को मिला। इस फिल्म में मशहूर हॉलीवुड एक्ट्रेस एमी एडम और एक्टर जेरेमी रेनर की मुख्य भूमिकाएं थी।
   1996  में रिलीज हुई हॉलीवुड की दिग्गज एक्ट्रेस मेग टिली और गैब्रियल एनवर की फिल्म ’बॉडी स्नेचर’ को सबसे बेहतरीन एलियन हॉरर थ्रिलर फिल्म कहा जाता है। इस फिल्म की कहानी दर्शकों को डराने में भी कामयाब रही थी। हॉलीवुड की फिल्म ’एलियंस एट द एटिक’ की कहानी काफी शानदार है। इस फिल्म में एक फैमिली अपने बच्चों के साथ छुट्टियां मना रही होती है तभी उनको एहसास होता है कि उनके घर में एलियंस घुस आए हैं। इनमें एक एलियन काफी अच्छा है, जो बच्चों के साथ घुल मिलकर रहता है।
      'मार्स अटैक्स' में मंगल ग्रह से एलियंस की सेना पृथ्वी का दौरा करती है और अमेरिका के राष्ट्रपति से मुलाकात करती है। लेकिन, उनके नापाक इरादों का पर्दाफाश तब होता है, जब वह धरती वासियों पर हमला कर देते हैं। वेब सीरीज ’कॉलोनी में  एलियंस को इंसानी दुनिया पर हावी होने की घटना का फिल्मांकन किया गया है। लोकप्रिय वेब सीरीज ’इनविशन’ एक साइंस फिक्शन सीरीज है, जिसमें एलियंस और इंसानों के बीच तनातनी की कहानी को दिखाया गया था। ये ऐसा विषय है जिस पर कई कल्पनाएं की जा सकती है, इसलिए एलियंस और यूएफओ पर अभी और फिल्मों का इंतजार कीजिए! 
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