Saturday, April 29, 2017

जहन में बसा वो आखिरी फोटो

- हेमंत पाल

   विनोद खन्ना नहीं रहे, इस बात का दुःख हर उस चाहने वाले को है जिसने इस कलाकार को फिल्मों के परदे पर देखा है। खलनायक से नायक और फिर चरित्र अभिनेता तक के फ़िल्मी सफर में इस कलाकार की जिंदगी में बहुत कुछ घटा। लेकिन, करीब दो हफ्ते पहले इस बेहद खूबसूरत अभिनेता का लोगों ने जो फोटो देखा, उससे उनका दिल दहल गया! अस्पताल के कपड़ों में पत्नी और बेटे का सहारा लेकर खड़े विनोद खन्ना को एक बार तो लोग पहचान नहीं पाए! लेकिन, सच यही था कि वो विनोद खन्ना ही थे! हाल ही में जैसे ही उनके निधन की खबर आई, सुनने वालों की आँखों के सामने इस अभिनेता का वही अस्पताल वाला चेहरा आ गया, जो उन्होंने आखिरी बार देखा था। चांदनी, इम्तेहान, परवरिश और खून पसीना में काम करने वाले खूबसूरत चेहरे को लोगों ने बिसरा दिया। ये स्वाभाविक भी है। दिमाग के परदे पर किसी का वही चेहरा अंकित रहता है, जब उसे अंतिम बार देखा गया हो! 
  इस सच को राजकुमार, देव आनंद और सुचित्रा सेन ने समय से पहले ही समझ लिया था, तभी उनके अंतिम समय की कोई फोटो कभी सामने नहीं आई। ये एक तरह से अपने बाद भी स्टारडम को जिंदा रखने की सफल कोशिश है। दर्शकों ने जिस अभिनेता को जीवनभर जिस रूप में देखा, उनके मानस पर हमेशा उसकी वही छवि अंकित रहना चाहिए। अन्यथा उनका स्टारडम आखिरी सीन के साथ ख़त्म हो जाता है। विनोद खन्ना और उससे पहले राजेश खन्ना भी उनके चाहने वालों की आँखों में उस आखिरी दृश्य के रूप में बसे हैं, जब वे अक्षय कुमार साथ अपने घर की गैलरी में खड़े होकर अपने चाहने वालों को हाथ हिलाते दिख रहे थे। अपने ज़माने के सुपरस्टार राजेश खन्ना के प्रति लड़कियों की दीवानगी के सैकड़ों किस्से हैं। खून से चिट्ठी लिखने से लेकर उनकी कार पर लिपस्टिक के निशान छोड़ देने तक की बातें कही जाती हैं।              
   राजकुमार के बारे में कहा जाता है कि वे अपनी छवि को लेकर बेहद गंभीर थे। उन्होंने पूरी जिंदगी अपनी निजी जिंदगी को कभी मीडिया का हिस्सा नहीं बनने दिया। उन्होंने अपने परिवार को हिदायत दी थी कि उनकी मौत की बात किसी को तब तक न बताई जाए, जब तक उनका अंतिम संस्कार नहीं हो जाता। उनका आखिरी फोटो भी न लिया जाए। परिवार ने वही सब किया। आज उनके चाहने वालों के दिल में राजकुमार अपने उसी अंदाज में जिंदा हैं, जो उनकी पहचान थी! देव आनंद के बारे में कहा जाता था कि वे वक़्त से आगे की बात सोचते थे। यही कारण था कि उन्होंने परिवार को कह दिया था कि जहाँ उनकी मौत हो, वहीं उनका अंतिम संस्कार कर दिया जाए। उनका कोई आखिरी फोटो भी सामने न आए। वही सब हुआ भी। 2011 में देव आनंद की लंदन में मौत हो गई थी, उनका अंतिम संस्कार भी वहीं किया गया और किसी ने आज तक उनका उस वक़्त का कोई फोटो नहीं देखा। बंगाली एक्ट्रेस सुचित्रा सेन का अंतिम समय का चेहरा भी किसी ने नहीं देखा। हॉलीवुड स्टार ग्रेटा गार्बो ने भी अपने अंतिम समय का चेहरा चाहने वालों से छुपाकर रखा! 
   स्टारडम बनाए रखना हर कलाकार के लिए आसान होता। जो दर्शकों में जिस रूप में पहचाना जाता है, अपना वही रूप बनाकर भी रखना चाहता है। मरने के बाद भी कुछ कलाकार ऐसा करने में सफल होते हैं, कुछ नहीं होते! यही वजह थी कि देव आनंद और राजकुमार जैसे लोगों ने आज भी दर्शकों में अपनी वही छवि बरक़रार रखी है! लेकिन राजेश खन्ना और विनोद खन्ना वो सब नहीं कर सके! राजेश खन्ना गैलरी में खड़े होकर हाथ हिलाते जहन में जिंदा हैं, तो विनोद खन्ना अस्पताल के कपड़ों में बेटे और पत्नी का सहारा लेकर खड़े हमेशा याद रहेंगे। 
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