हेमंत पाल
इन दिनों पूरे देश में गणेशोत्सव मनाया जा रहा है। लेकिन, मुंबई और बॉलीवुड में गणेशजी का ज्यादा ही महत्व है। सामाजिक समरसता के मकसद से मनाए जाने वाले इस पर्व ने न केवल समाज में अपनी छाप छोड़ी, बल्कि बॉलीवुड के फिल्मकारों को भी फिल्म की गति को आगे बढ़ाने का एक विषय दिया! गणेशोत्सव की धूम को फिल्मों में उत्सवी माहौल बनाने से लगाकर रोमाॅंच और मारधाड़ सहित अलग-अलग घटनाक्रमों में शामिल किया जाता रहा है। कई फिल्में ऐसी हैं, जो गणेश की कथा-कहानियों पर आधारित है, तो बप्पा के गीतों ने कई फिल्मों को दर्शनीय बनाने का काम भी किया है।
याद किया जाए, तो बॉलीवुड के सितारों में गणेश उत्सव के प्रसंग मिथुन चक्रवर्ती के साथ आरंभ हुए! बाद में इस परम्परा को सलमान खान से लगाकर रितिक रोशन ने आगे बढ़ाया और अब वरूण धवन इसे अपनी फिल्मों से बढ़ा रहे हैं। मिथुन चक्रवर्ती और अमजद खान अभिनीत फिल्म 'हम से बढकर कौन' का टाइटल सांग ही गणेशोत्सव के दृश्यों को जोड़कर फिल्माया गया था। इस फिल्म के गीत 'देवा हो देवा गणपति देवा को आज भी गणेशोत्सव के विभिन्न पंडालों में सुबह-शाम सुना जा सकता है। यूं तो सलमान खान की प्रभुदेवा निर्देशित फिल्म 'वांटेड' एक एक्शन थ्रिलर थी, लेकिन इसमें सलमान खान ने जमकर मेरा ही जलवा गाकर अपना जलवा बिखेरा था। रितिक रोशन की फिल्म 'अग्निपथ' में भी गणेशोत्सव का रोमांचक फिल्मांकन किया गया था। 1990 में अपराधिक पृष्ठभूमि पर बनी इस फिल्म में संगीतकार अजय-अतुल की जोड़ी ने 'देवा श्री गणेशा' की जो धुन तैयार की, वह अपने आपमें यादगार बन गई है! इसके साथ रितिक रोशन का जोशीला डांस देखने वालों को चमत्कृत कर देता है।
महेश मांजरेकर ने अपनी फिल्म 'वास्तव' में गणेशजी का नया अवतार दिखाया था। संजय दत्त अभिनीत इस फिल्म में बताया गया था कि गणेशजी बालसुलभ देवता ही नहीं, बल्कि दुश्मनों की फौज को नष्टकर दंड देने वाले सख्त देवता भी है। फिल्म में रवीन्द्र साठे द्वारा गया गया गीत 'सिंदूर लाल ...' अपराधियों के पतन को रेखांकित करने में कामयाब रहा है। वरूण धवन को फिल्मों में आए ज्यादा समय नहीं हुआ, लेकिन बप्पा ने उन्हें फिल्म दर फिल्म अपनी महिमा गाने का अवसर प्रदान किया है। प्रभुदेवा ने 'वांटेड' के बाद एक बार फिर 'एबीसीडी-2' में गणेशजी की वंदना करने के लिए 'हे गणराया' का सहारा लिया, जिसमें दिव्य कुमार ने अपने प्राण फूंके तो वरूण धवन ने इसमें खास रंग भरे हैं। इस गीत की शूटिंग के दौरान सेट पर किसी को मांसाहार खाकर आने या जूते पहनकर आने की इजाजत नहीं थी। वरूण धवन ने अपनी फिल्म 'जुड़वाँ-2' में एक बार फिर बप्पा के प्रति अपनी श्रृद्धा प्रकट की। शाहरूख खान ने भी अपनी फिल्म 'डाॅन-2' में 'मोरया रे बप्पा मोरया रे' गाकर अपनी आदरांजलि दी।
बप्पा के आगमन को फिल्मों में उत्सवी माहौल तैयार करने में मदद की, तो उनकी बिदाई ने फिल्मों में उदासी को माहौल को प्रदर्शित करने में सफलता पाई है। सुनील दत्त की फिल्म 'दर्द का रिश्ता' में अपनी बेटी की बीमारी और उसकी जुदाई की आशंका को सुनील दत्त ने बप्पा की बिदाई के साथ जोड़कर दर्शकों की आंखों को भिगोया है। मेहुल कुमार की फिल्म 'आंसू बने अंगारे' में राजेश रोशन ने 'अगले बरस तू जल्दी आ' को माधुरी दीक्षित के गरिमामय नृत्य के साथ परदे पर उतारा। अजय देवगन और परेश रावल की फिल्म 'अतिथि तुम कब जाओगे' में भी गणेश विसर्जन की भीड़ का अच्छा इस्तेमाल किया गया है। देखा जाए तो पूरी फिल्मी दुनिया ही गणपति की मुरीद है। हर छोटा-बड़ा सितारा पूरे आदर औेर सम्मान के साथ इन दिनों अपने यहां गणेशजी को स्थापित कर नंगे पैर चलकर उसका विसर्जन करता है। इसमें जाति धर्म जैसी बात आड़े नहीं आती! यही कारण है कि यदि बॉलीवुड में सलमान के गणेशजी लोकप्रिय हैं, तो नाना पाटेकर और जाॅन अब्राहम के गणेशजी भी याद किए जाते हैं।
------------------------------ ------------------------------------
No comments:
Post a Comment