- हेमंत पाल
हॉलीवुड की फ़िल्में धीरे-धीरे भारतीय दर्शकों के दिल में उतरने लगी है। बेहतरीन प्रॉडक्शन, नए और अनोखे कथानक आइडियों और एक्शन वाली इन फिल्मों ने नई पीढ़ी के दर्शकों को सबसे ज्यादा आकर्षित कर रही है। जबकि, एक समय वो भी था, जब अंग्रेजी फ़िल्में देखने वालों को अच्छा नहीं समझा जाता था। समाज में उनके प्रति एक अलग ही तरह की धारणा बन गई थी कि ये वो कुंठित तबका है, जो अंग्रेजी फ़िल्में देखकर संतुष्ट होता है। लेकिन, अब समाज में उस तरह का सोच नहीं रहा! नई पीढ़ी के दर्शकों को हॉलीवुड फिल्मों की कहानियों के नए आइडिये और फ़ास्ट एक्शन काफी लुभाता है।
इन फिल्मों के प्रति भारत के दर्शकों बदली सोच और बढ़ती संख्या से ये साबित भी कर दिया है कि वे जब चाहें बॉलीवुड पर कब्ज़ा कर सकती हैं! धीरे-धीरे ये सब होने भी लगा है। स्थिति ये आ गई कि हॉलीवुड की फिल्में अब भारत में आसानी से 100 करोड़ का कारोबार कर लेती हैं, जबकि हिंदी फिल्मों को इस आंकड़े तक पहुँचने में सारे हथकंडे आजमाना पड़ते हैं। 2018 में ही हॉलीवुड की दो फिल्मों 'एवेंजर्स : इनफिनिटी वॉर' और 'जुरासिक वर्ल्ड' ने बॉक्स ऑफिस पर 222.69 करोड और 152 करोड का कारोबार किया। भारत के दर्शकों में हॉलीवुड फिल्मों का क्रेज किस तेजी से बढ़ रहा है इसका सुबूत है कि ‘एवेंजर्स : इनफिनिटी वॉर’ अमेरिका से दो हफ्ते पहले भारत में रिलीज की गई! इस फिल्म ने कमाई मामले में अभी तक के सारे रिकॉर्ड ही ध्वस्त कर दिए। इस फिल्म ने सबसे तेज कमाई का भी रिकॉर्ड बनाया है। गनीमत थी कि जब ये फ़िल्में प्रदर्शित हुई, तब कोई बॉलीवुड फिल्म सामने नहीं थी। यदि कोई फिल्म प्रदर्शित भी होती तो उसे बड़ा नुकसान उठाना पड़ता। 2018 में पहली बार किसी हॉलीवुड फिल्म ने देश में 200 करोड के कारोबार आंकड़ा पार किया!
लम्बे समय से ये बात कही जा रही है कि एक वक़्त ऐसा आएगा जब हॉलीवुड की फ़िल्में बॉलीवुड फिल्मों को चुनौती देंगी! लेकिन, इसे कभी गंभीरता से नहीं लिया गया! अब, जबकि हॉलीवुड की फिल्मों के कारण बॉलीवुड की फिल्मों का बिजनेस प्रभावित होने लगा तो निर्माताओं को चिंता सताने लगी! 2015 से हालात बहुत तेजी से बदले जब जुरासिक वर्ल्ड, एवेंजर्स : एज ऑफ अल्ट्रॉन और फास्ट एंड फ्यूरियस-7 ने भारत में 700 करोड़ से ज्यादा की कमाई की थी। उससे पहले अनिल कपूर की भूमिका वाली 'मिशन इम्पॉसिबल : द घोस्ट प्रोटोकॉल' ने 40 करोड़ रुपए का बिजनेस किया। 2017 में भारत में हॉलीवुड फिल्मों की हिस्सेदारी करीब 20% थी। जबकि, दस साल पहले 2009 में यह आँकड़ा 7.2% ही था। थिएटर के अलावा डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भी हॉलीवुड की फ़िल्में बहुत देखी जा रही है।
भारत में हॉलीवुड फिल्मों का कारोबार करीब 1000 करोड़ रुपए है। हिंदी फिल्मों से इसकी तुलना की जाए तो ये बॉक्स ऑफिस के मुताबिक करीब 15% होता है। ये आँकड़ा भले ही छोटा लगे, पर ये भी ध्यान देने वाली बात है कि हिंदी फिल्म के मुकाबले हॉलीवुड फिल्मों को बहुत कम थियेटर मिलते हैं। यदि थियेटरों के हिसाब से कमाई का औसत निकाला जाए, तो हिंदी सिनेमा कमजोर ही नजर आएगा! इन फिल्मों की सफलता का सबसे बड़ा राज है सुपर हीरो! हॉलीवुड की अधिकांश वही फ़िल्में भारतीय दर्शकों द्वारा पसंद की जाती है जिनमें सुपर हीरो होता है। अभी तक इस तरह की जो जितनी भी फ़िल्में रिलीज हुई, उन्होंने अच्छा कारोबार किया है।
ऐसी स्थिति में बॉलीवुड को हॉलीवुड फिल्मकारों की तरह सोचने की जरुरत है। नए ज़माने के भारतीय दर्शकों को हॉलीवुड फिल्मों में जो पसंद आ रहा है, वही सब बॉलीवुड फिल्मकारों को भी सीखना होगा! अब पुराने ढर्रे वाली प्रेम कहानियों और बदले की कहानियों के दिन लद गए। बॉलीवुड को नई सोच के मुताबिक बदलना होगा! हॉलीवुड यह सारे प्रयोग कर चुका है! हमें केवल उसे अपनाना है। भारतीय परिवेश में भी कई बेहतरीन कहानियां हैं, जिन्हें आज के दर्शकों के मनोरंजन के मुताबिक नया ट्रीटमेंट देना होगा। यदि ऐसा नहीं हुआ तो एक दिन बॉलीवुड पर हॉलीवुड होने में देर नहीं लगेगी!
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