Sunday, March 10, 2019

पुरानी कहानियों पर नई फ़िल्में!


- हेमंत पाल

  बॉलीवुड में पुरानी हिट फिल्मों की कहानियों को फिर से दोहराने का चलन इन दिनों जोरों पर है। लेकिन, चंद रीमेक फिल्मों को छोड़ दिया जाए, तो अधिकांश फ़िल्में अपनी पूर्ववर्ती फिल्मों की तरह दर्शकों को नहीं रिझा पायी! इसका बड़ा कारण ये है कि जिस समय, काल और परिस्थितियों में मूल फिल्म की कहानी को फिल्माया गया था, तब के दर्शक अलग थे और आज के अलग! एक ही कहानी होते हुए भी जरुरी नहीं कि दर्शक उसी कथानक को नए कलेवर में भी पसंद करें! इसके बावजूद पुरानी कहानी पर फिल्म बनाने का मोहभंग नहीं हो रहा! अभी भी पुरानी फिल्मों को नए कलाकारों के साथ थोड़ा बदलकर दर्शकों के सामने परोसा जा रहा है! 
     बॉलीवुड में जिन सफल फिल्मों के रीमेक बने हैं उनमें देवदास, शोले, नदिया के पार, जय संतोषी मां, डॉन, उमराव जान, कर्ज, रंगीला और अग्निपथ जैसी फ़िल्में प्रमुख है। लेकिन, ज्यादातर रीमेक फिल्मों को अनुरूप सफलता नहीं मिली। शरतचंद्र चटोपाध्याय के उपन्यास 'देवदास' पर उसी नाम से कई फिल्में बनी! 1935 में प्रदर्शित 'देवदास' में मुख्य भूमिका कुंदनलाल सहगल ने निभाई थी। इसके बाद 1955 में जब इसका रीमेक बना तो 'देवदास की भूमिका को दिलीप कुमार ने निभाया था। 2005 में एक बार फिर 'देवदास' का रीमेक बना। संजय लीला भंसाली के निर्देशन में बनी फिल्म में इस बार 'देवदास' का रोल शाहरुख खान ने निभाया था। ये उन चंद फ़िल्मी कहानियों में से एक है, जिसे हर दौर के दर्शकों ने सराहा है!
    महबूब खान के निर्देशन में बनी फिल्म 'औरत' 1940 में प्रदर्शित हुई थी, जिसमें सरदार अख्तर की मुख्य भूमिका थी। लेकिन, फिल्म बुरी तरह असफल हुई! लेकिन, महबूब खान को फिल्म की कहानी पर पूरा भरोसा था। उन्होंने 'मदर इंडिया' नाम से फिर इसी कथानक पर फिल्म बनाई! फिल्म में नरगिस ने मुख्य भूमिका निभाई थी। ये फिल्म ने सिर्फ सुपरहिट हुई, बल्कि अंतराष्ट्रीय स्तर पर भी सराही गई। राजश्री प्रोडक्शन अकसर अपने ही बैनर के तले बनी सुपरहिट फिल्मों के रीमेक बनाते रहे हैं। 'नदिया के पार' की रीमेक 'हम आपके हैं कौन' बनी, 'चितचोर' की 'मैं प्रेम की दीवानी हूं' नाम से बनाई गई! 'तपस्या' को 'एक विवाह ऐसा भी' नाम से बनाया गया। इनमें हम आपके हैं कौन टिकट खिड़की पर सुपरहिट साबित हुई. जबकि 'मैं प्रेम की दीवानी हूं' और 'एक विवाह ऐसा भी' टिकट खिड़की पर उम्मीद के मुताबिक सफल नहीं हुई! 
  रामगोपाल वर्मा भी अपनी ही सुपरहिट फिल्मों के रीमेक बनाने में अग्रणी रहे हैं। 1975 में आई 'शोले' को रामगोपाल वर्मा ने 'आग' नाम से बनाया था। लेकिन, फिल्म दर्शकों के दिलों में चिंगारी भी नहीं भड़की! 'शोले' की रीमेक फिल्म में इस बार गब्बर सिंह की भूमिका अमजद खान की जगह अमिताभ बच्चन ने निभाई थी। लेकिन, वह अपने अभिनय का लोहा दर्शकों से नहीं मनवा पाए और फिल्म बुरी तरह फ्लॉप साबित हुई। उन्होंने अपनी ही फिल्म 'रंगीला' और 'शिवा' का रीमेक बनाया! लेकिन, दोनों ही फिल्मों को दर्शकों ने नकार दिया। सत्तर के दशक की सुपरहिट फिल्म 'जय संतोषी मां' और 'विक्टोरिया नंबर-203' के भी रीमेक बने, पर ये फ़िल्में कब आई और कब गई, यह पता ही नहीं चला। 
  अमिताभ बच्चन की सुपरहिट फिल्म 'डॉन' का रीमेक 2006 में फिर बनाया गया। फरहान अख्तर की रीमेक फिल्म 'डॉन' में अमिताभ की जगह शाहरुख खान डॉन के रूप में नजर आए। जबकि, जीनत अमान और हेलन की भूमिका में प्रियंका चोपड़ा और करीना कपूर थे। 80 के दशक में आई फिल्म 'उमराव जान' के रीमेक में उमराव जान की भूमिका रेखा की जगह ऐश्वर्या राय ने निभाई थी। जेपी दत्ता की इस फिल्म में ऐश्वर्या अपने अभिनय का जादू नहीं बिखेर पाई। 80 के दशक में पुनर्जन्म पर बनी सुपरहिट फिल्म 'कर्ज' का भी रीमेक बना! इसमें ऋषि कपूर की भूमिका हिमेश रेशमिया ने निभाई, लेकिन वे अपने अभिनय का लोहा नहीं मनवा पाए थे। 2012 में करण जौहर ने अमिताभ बच्चन की फिल्म 'अग्निपथ' का रीमेक इसी नाम से बनाया। रितिक रोशन, प्रियंका चोपड़ा और संजय दत्त की मुख्य भूमिका थी। इस फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर अच्छी सफलता भी मिली। 
 अन्य रीमेक फिल्मों में चश्मे बद्दूर, जंजीर और 'हिम्मतवाला' भी हैं। 'चश्मे बद्दूर' को औसत सफलता मिली, पर 'हिम्म्मतवाला' और 'जंजीर' कोई कमाल नहीं दिखा सकी। रीमेक फिल्मों में 'खूबसूरत' का नाम भी है। यह फिल्म 1980 में आई रेखा और राकेश रोशन की भूमिका वाली ऋषिकेश मुखर्जी की फिल्म 'खूबसूरत' का ही रीमेक थी। लेकिन, फिल्म कब आई पता ही नहीं चला! रीमेक फिल्मों की असफलता के बाद भी फिल्मकार ऐसी फिल्मों के मोह से मुक्त नहीं हो पाते! उन्हें लगता है कि पुरानी सफलता को फिर दोहराया जा सकता है! लेकिन, ये सब इतना आसान नहीं होता! दर्शकों का मूड भांपना आसान नहीं है! 
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