Saturday, November 28, 2020

'बिग बॉस' को नकार देने की दास्तान!

- हेमंत पाल 

      टीवी पर रियलिटी शो देखने वाले दर्शकों की अलग ही जमात है! ये दर्शक नियमित रूप से ये शो देखते हैं और उन पर चर्चा भी करते हैं। टीवी पर मनोरंजन कार्यक्रमों की शुरुआत में आने वाले अन्नू कपूर के गीतों वाले शो 'अंताक्षरी' को अभी तक के सबसे पसंदीदा रियलिटी शो में गिना जाता है। उसी ने दर्शकों को शो से जोड़ा और एसएमएस के जरिए सर्वश्रेष्ठ प्रतियोगी चुनने की परंपरा डाली! ये आज भी अलग रूप में ही सही, पर जारी है। टीवी पर  सालभर नाच-गानों के रियलिटी शो आते रहते हैं। इनके बीच अमिताभ बच्चन का 'कौन बनेगा करोड़पति' भी करीब 3 महीने तक मनोरंजन के साथ दर्शकों का ज्ञान बढ़ाता है! लेकिन, इसके साथ 'बिग बॉस' जैसा शो भी टीवी दर्शकों की पसंद में शामिल है! इसके सूत्रधार सलमान खान होते हैं! इस शो का अपना अलग ही कांसेप्ट है। इसमें बाहर की दुनिया से अलग-थलग कर दिए गए करीब दर्जनभर प्रतियोगियों को एक घर में कैद करने उनके धैर्य, आत्मविश्वास और अनजान लोगों के साथ करीब तीन महीने रहने की परीक्षा होती है। वास्तव में ये एक मनोवैज्ञानिक नजरिए का विदेशी शो है! हमारे यहाँ इसके 13 सीजन हो चुके हैं और अभी 14वां सीजन चल रहा है! इस रियलिटी शो के कई सीजन बेहद सफल रहे! लेकिन, बिग बॉस के 14वें सीजन को दर्शकों ने नकार दिया।    
     अभी तक माना जाता था कि जब 'बिग बॉस' सीजन शुरू होता है, वह हमेशा टीवी पर नंबर वन पर रहता है! लेकिन, इस बार शायद दर्शकों ने इस शो को पसंद नहीं किया। ये सिर्फ अनुमान नहीं, सच्चाई है, जिसका सबूत टीवी कार्यक्रमों को उनकी लोकप्रियता के आधार पर नंबर देने वाली 'टीआरपी' ने भी दिया। 'टीआरपी' में अव्वल रहने के लिए सभी टीवी शो में मुकाबला चलता रहता है। क्योंकि, ये सिर्फ लोकप्रियता का प्रमाण नहीं, बल्कि प्रायोजक भी चाहते हैं कि उनका शो सबसे आगे रहे! यदि ऐसा नहीं होता, तो प्रायोजकों के दरकने का खतरा बढ़ जाता है। इस कोशिश में सलमान खान का शो 'बिग बॉस' कम से कम इस बार तो बुरी तरह असफल साबित हुआ। शो को अभी दो महीने हुए, पर इसे एक बार भी 'टीआरपी' की टॉप-फाइव लिस्ट में जगह नहीं मिली। जबकि, अभी तक 'टीआरपी' में 'बिग बॉस' नंबर वन रहता था। दर्शकों के नज़रिए से भी इस बार शो का काफी बुरा हाल है। 14वें सीजन की टैगलाइन रखी गई '2020 में सीन पलटेगा!' सीन तो पलटा, पर पॉजेटिव नहीं निगेटिव सेंस में। दर्शक जितना 'बिग बॉस' को देखकर बोर हुए, उतना तो शायद लॉकडाउन ने भी उन्हें बोर नहीं किया! इस बार शो के साथ ऐसा क्यों हुआ, इसके कई कारण गिनाए जा सकते हैं!  
     शो शुरू होने से पहले दावे किए गए थे, कि 'बिग बॉस' दर्शकों को फुल एंटरटेन करेगा। लेकिन, शो में जो भी कंटेस्टेंट्स आए हैं उन्हें देख लगता है कि उनका मनोरंजन से दूर तक कोई वास्ता नहीं है। सभी बोरिंग और बेवजह झगड़ालू नजर आते हैं, जो अब शो के मेकर्स की बड़ी परेशानी बन गई! उनके सामने शो को मनोरंजक बनाने की चुनौती खड़ी हो गई है। कंटेस्टेंट्स का फ्लॉप होना, मेकर्स के सिलेक्शन पर भी सवाल खड़े करता है। अभी तक के हर सीजन में 13-14 में से 4 या 5 ऐसे चेहरे होते थे, जिन्हें दर्शक पहचानते हैं। पूनम ढिल्लो, श्वेता तिवारी, रवि किशन और हीना खान जैसे कलाकारों ने इस शो में भाग लिया। लेकिन, इस बार कोई भी ऐसा कंटस्टेंट नहीं, जो दर्शकों का पहचाना हुआ हो! ऐसा भी लगता है कि सभी ये सोचकर आए हैं कि वे शो में जितना झगड़ेंगे, उतना ही कैमरे पर दिखेंगे और पसंद किए जाएंगे। एजाज खान, कविता कौशिक, रुबीना दिलैक, पवित्रा पुनिया और निक्की तंबोली ऐसे चेहरे नहीं हैं, जिन्हें घर-घर में पहचाना जाता हो! लेकिन, उनके तेवर उससे कम नहीं है। एजाज, कविता और रुबीना तो हमेशा लड़ते हुए ही दिखते हैं। इनके झगडे को मनोरंजन भी नहीं कहा जा सकता, इसलिए दर्शकों ने 'बिग बॉस' को नकार दिया। 
       शो में कंटेस्टेंट रहे और अपने आपको एक्टर मानने वाले कमाल आर खान ने 'बिग बॉस-14' के पहले एपिसोड की ही खिल्ली उड़ाते हुए इसे अब तक का सबसे ख़राब शो बताया था। लेकिन, तब उनकी टिप्पणी को गंभीरता से नहीं लिया गया! पर, अब ये बात सही साबित हो रही है। शायद ये पहला ऐसा 'बिग बॉस' है, जिसमें कोई बड़ी सेलिब्रिटी नहीं, पर सबके मिज़ाज आसमान पर हैं। इस बार के कंटेस्टेंट्स में न तो स्पार्क है और न शो को लेकर कोई जुनून! किसी की भी टास्क में रूचि दिखाई नहीं देती। फिर चाहे वो इम्यूनिटी जीतने की टास्क हो या कप्तान बनने की! कंटेस्टेंट्स के बीच हर वक़्त बेवजह का झगड़ा होता नजर आता है। ख़ास बात ये कि अदृश्य 'बिग बॉस' का अनुशासन भी टूट रहा है। अभी तक देखा गया कि कंटेस्टेंट कितनी भी उच्श्रृंखलता करें, 'बिग बॉस' के आदेश का उल्लंघन करने हिम्मत नहीं करते थे! लेकिन, इस बार के कंटेस्टेंट किसी की नहीं सुन रहे! शनिवार-रविवार को सलमान खान के 'वीकेंड का वार' की भी कई बार धज्जियाँ उड़ती देखी गई है! ऐसे में कहीं ऐसा न हो, कि शो को समय से पहले ख़त्म कर दिया जाए!    
--------------------------------------------------------------------------------------

No comments: