- हेमंत पाल
कौनसी फिल्म चलेगी और कौनसी नहीं, ये ऐसा सवाल है जिसका जवाब आजतक न तो खोजा जा सका है और न कोई खोज सकता है! इस बिजनेस में सफलता की कोई गारंटी नहीं होती! बड़े कलाकार और निर्देशक भी नहीं कह सकते कि उनकी फ़िल्में चल ही जाएगी! ऐसी सैकड़ों फ़िल्में याद की जा सकती हैं जिनके हिट होने की पूरी उम्मीद थी, पर ऐसा हुआ नहीं! ख़ास बात ये कि ऐसी स्थिति में सबसे ज्यादा नुकसान फिल्म को खरीदकर सिनेमाघरों में चलाने वाले डिस्टीब्यूटर को होता है। निर्माता तो फिल्म के रिलीज होने से पहले ही उसे बेचकर, मुनाफा कमाकर बाहर निकल जाता है। जब से फिल्म के संगीत, ओवरसीज, डिजिटल और इसी तरह के दूसरे अधिकार बिकने लगे हैं, फिल्म की लागत निकालना ज्यादा आसान हो गया! अब ऐसे हालात नहीं है जब 'मेरा नाम जोकर' के फ्लॉप होने के बाद राजकपूर परिवार संकट में आ गया था! आज तो फिल्म के फ्लॉप होने पर भी प्रोड्यूसर करोड़ों कमा लेते हैं।
इस साल की बड़ी फिल्मों में से एक करण जौहर की 'कलंक' को दर्शकों ने नकार दिया। डेढ़ सौ करोड़ में बनी यह फिल्म हफ्तेभर में ढेर हो गई! इसे बड़ी फ्लॉप इसलिए भी कहा जा रहा है कि इस फिल्म ने अपनी लागत भी नहीं निकाली! इस वजह से फिल्म के डिस्ट्रीब्यूटर को भारी नुकसान हुआ। फिल्म के फ्लॉप होने पर डिस्ट्रीब्यूटर्स और एक्सीबिटर्स को नुकसान होना नई बात नहीं है! न ये पहली बार नहीं हुआ और आखिरी बार! फिल्म इतिहास ऐसे हादसों से भरा पड़ा है! लेकिन, इस फिल्म से हुआ नुकसान अकेले डिस्ट्रीब्यूटर कंपनी क्यों झेले? करण जौहर ने इस नुकसान की कुछ भरपाई करने की घोषणा करके उसे राहत दी है। ये कदम इसलिए भी उठाया गया कि आगे कारोबारी रिश्तों में खटास न पड़े!
किसी प्रोड्यूसर ने डिस्ट्रीब्यूटर की पीड़ा को समझा है, ये पहले भी हो चुका है! पहले भी पैसे लौटने की परम्परा रही है! सलमान ने 'ट्यूबलाइट' के नुकसान की भरपाई की थी! शाहरुख़ ने 'जब वी मेट' के अलावा अशोका, पहेली और 'दिलवाले' के फ्लॉप होने पर भी डिस्ट्रीब्यूटर को कुछ पैसे लौटाए थे। जबकि, अनुराग कश्यप ने 'बॉम्बे वेलवेट' के फ्लॉप होने पर भी ऐसा कोई कदम नहीं उठाया! इसका नतीजा ये हुआ कि उसके बाद अनुराग कश्यप के साथ डिस्ट्रीब्यूटर कंपनी 'फॉक्स' ने कोई फिल्म नहीं की। इन अच्छे क़दमों का अनुसरण अब आमिर खान भी करने वाले हैं। यशराज की फिल्म 'ठग्स ऑफ हिंदोस्तान' का भी जादू चला नहीं चला! इस मल्टीस्टार फिल्म को दर्शकों ने पसंद नहीं किया जिसका सीधा असर एग्जीबिटर्स पर हुआ! इस फिल्म ने पहले दिन 50 करोड़ कमाए तो लगा था कि ये 'बाहुबली: द कन्क्लूजन' को पछाड़ देगी! लेकिन, तीन दिन में ही फिल्म ने पानी नहीं माँगा! लेकिन, आमिर ने पैसा लौटाया कि नहीं, अभी इस बारे में कोई पुष्ट जानकारी नहीं मिली!
फिल्म के फ्लॉप होने पर सामान्यतः निर्माता कंपनी डिस्ट्रीब्यूटर्स को पैसा नहीं लौटाती! लेकिन, सलमान खान भी पैसे लौटने वालों में से हैं, जिन्होंने 'ट्यूबलाइट' के कुछ घाटे को खुद भी सहा और डिस्ट्रीब्यूटर्स को आधा पैसा लौटाया। ये बात अलग है कि इस फ्लॉप फिल्म से भी सलमान ने कमाई की थी। 35 करोड़ रुपए लौटाने पर भी उन्हें खास फर्क नहीं पड़ा था। लेकिन, इन्हीं सलमान ने अपनी बड़ी फ्लॉप फिल्म 'वीर' के समय वादे के बाद भी डिस्ट्रीब्यूटर्स के पैसे नहीं लौटाए थे।
रणबीर कपूर और कटरीना कैफ की फिल्म 'जग्गा जासूस' रिलीज़ भी फ्लॉप भी हो गई थी! रणबीर कपूर ने कहा था कि यदि फिल्म कमाई नहीं कर पाती, तो वे डिस्ट्रिब्यूटर्स के पैसे लौटा देंगे। लेकिन, शायद ऐसा किया नहीं गया। जबकि, रणबीर ने ये तक कहा था कि ये 1950 में मेरे दादाजी राज कपूर की फिल्मों के जमाने से होता आ रहा है। जब 'मेरा नाम जोकर' में डिस्ट्रिब्यूटर्स ने घाटा झेला तो 'बॉबी' के हिट होने पर दादाजी ने फायदे का एक बड़ा हिस्सा सिनेमाघर मालिकों की जगह डिस्ट्रिब्यूटर्स को दिया था। वास्तव में ये एक स्वस्थ परंपरा है। क्योंकि, फिल्म के हिट होने से निर्माता से लगाकर डिस्ट्रिब्यूटर्स और सिनेमा मालिक तक पैसा कमाते हैं। लेकिन, जब कभी फिल्म फ्लॉप हो तो उस घाटे में भी हिस्सेदारी की जाना चाहिए!
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कौनसी फिल्म चलेगी और कौनसी नहीं, ये ऐसा सवाल है जिसका जवाब आजतक न तो खोजा जा सका है और न कोई खोज सकता है! इस बिजनेस में सफलता की कोई गारंटी नहीं होती! बड़े कलाकार और निर्देशक भी नहीं कह सकते कि उनकी फ़िल्में चल ही जाएगी! ऐसी सैकड़ों फ़िल्में याद की जा सकती हैं जिनके हिट होने की पूरी उम्मीद थी, पर ऐसा हुआ नहीं! ख़ास बात ये कि ऐसी स्थिति में सबसे ज्यादा नुकसान फिल्म को खरीदकर सिनेमाघरों में चलाने वाले डिस्टीब्यूटर को होता है। निर्माता तो फिल्म के रिलीज होने से पहले ही उसे बेचकर, मुनाफा कमाकर बाहर निकल जाता है। जब से फिल्म के संगीत, ओवरसीज, डिजिटल और इसी तरह के दूसरे अधिकार बिकने लगे हैं, फिल्म की लागत निकालना ज्यादा आसान हो गया! अब ऐसे हालात नहीं है जब 'मेरा नाम जोकर' के फ्लॉप होने के बाद राजकपूर परिवार संकट में आ गया था! आज तो फिल्म के फ्लॉप होने पर भी प्रोड्यूसर करोड़ों कमा लेते हैं।
इस साल की बड़ी फिल्मों में से एक करण जौहर की 'कलंक' को दर्शकों ने नकार दिया। डेढ़ सौ करोड़ में बनी यह फिल्म हफ्तेभर में ढेर हो गई! इसे बड़ी फ्लॉप इसलिए भी कहा जा रहा है कि इस फिल्म ने अपनी लागत भी नहीं निकाली! इस वजह से फिल्म के डिस्ट्रीब्यूटर को भारी नुकसान हुआ। फिल्म के फ्लॉप होने पर डिस्ट्रीब्यूटर्स और एक्सीबिटर्स को नुकसान होना नई बात नहीं है! न ये पहली बार नहीं हुआ और आखिरी बार! फिल्म इतिहास ऐसे हादसों से भरा पड़ा है! लेकिन, इस फिल्म से हुआ नुकसान अकेले डिस्ट्रीब्यूटर कंपनी क्यों झेले? करण जौहर ने इस नुकसान की कुछ भरपाई करने की घोषणा करके उसे राहत दी है। ये कदम इसलिए भी उठाया गया कि आगे कारोबारी रिश्तों में खटास न पड़े!
किसी प्रोड्यूसर ने डिस्ट्रीब्यूटर की पीड़ा को समझा है, ये पहले भी हो चुका है! पहले भी पैसे लौटने की परम्परा रही है! सलमान ने 'ट्यूबलाइट' के नुकसान की भरपाई की थी! शाहरुख़ ने 'जब वी मेट' के अलावा अशोका, पहेली और 'दिलवाले' के फ्लॉप होने पर भी डिस्ट्रीब्यूटर को कुछ पैसे लौटाए थे। जबकि, अनुराग कश्यप ने 'बॉम्बे वेलवेट' के फ्लॉप होने पर भी ऐसा कोई कदम नहीं उठाया! इसका नतीजा ये हुआ कि उसके बाद अनुराग कश्यप के साथ डिस्ट्रीब्यूटर कंपनी 'फॉक्स' ने कोई फिल्म नहीं की। इन अच्छे क़दमों का अनुसरण अब आमिर खान भी करने वाले हैं। यशराज की फिल्म 'ठग्स ऑफ हिंदोस्तान' का भी जादू चला नहीं चला! इस मल्टीस्टार फिल्म को दर्शकों ने पसंद नहीं किया जिसका सीधा असर एग्जीबिटर्स पर हुआ! इस फिल्म ने पहले दिन 50 करोड़ कमाए तो लगा था कि ये 'बाहुबली: द कन्क्लूजन' को पछाड़ देगी! लेकिन, तीन दिन में ही फिल्म ने पानी नहीं माँगा! लेकिन, आमिर ने पैसा लौटाया कि नहीं, अभी इस बारे में कोई पुष्ट जानकारी नहीं मिली!
फिल्म के फ्लॉप होने पर सामान्यतः निर्माता कंपनी डिस्ट्रीब्यूटर्स को पैसा नहीं लौटाती! लेकिन, सलमान खान भी पैसे लौटने वालों में से हैं, जिन्होंने 'ट्यूबलाइट' के कुछ घाटे को खुद भी सहा और डिस्ट्रीब्यूटर्स को आधा पैसा लौटाया। ये बात अलग है कि इस फ्लॉप फिल्म से भी सलमान ने कमाई की थी। 35 करोड़ रुपए लौटाने पर भी उन्हें खास फर्क नहीं पड़ा था। लेकिन, इन्हीं सलमान ने अपनी बड़ी फ्लॉप फिल्म 'वीर' के समय वादे के बाद भी डिस्ट्रीब्यूटर्स के पैसे नहीं लौटाए थे।
रणबीर कपूर और कटरीना कैफ की फिल्म 'जग्गा जासूस' रिलीज़ भी फ्लॉप भी हो गई थी! रणबीर कपूर ने कहा था कि यदि फिल्म कमाई नहीं कर पाती, तो वे डिस्ट्रिब्यूटर्स के पैसे लौटा देंगे। लेकिन, शायद ऐसा किया नहीं गया। जबकि, रणबीर ने ये तक कहा था कि ये 1950 में मेरे दादाजी राज कपूर की फिल्मों के जमाने से होता आ रहा है। जब 'मेरा नाम जोकर' में डिस्ट्रिब्यूटर्स ने घाटा झेला तो 'बॉबी' के हिट होने पर दादाजी ने फायदे का एक बड़ा हिस्सा सिनेमाघर मालिकों की जगह डिस्ट्रिब्यूटर्स को दिया था। वास्तव में ये एक स्वस्थ परंपरा है। क्योंकि, फिल्म के हिट होने से निर्माता से लगाकर डिस्ट्रिब्यूटर्स और सिनेमा मालिक तक पैसा कमाते हैं। लेकिन, जब कभी फिल्म फ्लॉप हो तो उस घाटे में भी हिस्सेदारी की जाना चाहिए!
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