Saturday, October 12, 2019

'बिग बॉस' से कोई खुश नहीं!

- हेमंत पाल
   टेलीविजन के दर्शकों को सालभर जिन दो शो का बेताबी से इंतजार रहता है, वे हैं 'कौन बनेगा करोड़पति' और 'बिग बॉस!' दोनों ही शो इनके होस्ट और फॉर्मेट के कारण ज्यादा पसंद किए जाते हैं! 'कौन बनेगा करोड़पति' को तो हमेशा की तरह इस बार भी दर्शकों ने सराहा! लेकिन, इस बार 'बिग बॉस' अपने विवादास्पद फॉर्मेट के कारण आलोचना का शिकार हो गया! इससे पहले के सीजन भी 'बिग बॉस' पर उंगलियां उठी है, पर इतनी जल्दी नहीं! उसके कारण भी घर में बंद प्रतियोगियों की हरकतें ज्यादा रहीं! इस बार शुरुआत में आलोचना का कारण इसका फॉर्मेट था, जिसमें पुरुष और महिला प्रतियोगियों को एक बिस्तर पर सोने की अनिवार्यता थी! दर्शकों की नाराजी के बाद इसे दो दिन बाद बदल तो दिया, पर बहाने 'बिग बॉस' लोगों के निशाने पर आ गया!         
    ये पहली बार हुआ कि 'बिग बॉस' शुरू होते ही सोशल मीडिया पर दर्शकों का गुस्सा फट पड़ा! लोगों ने अपनी नाराजी जताते हुए सूचना प्रसारण मंत्रालय से 'बिग बॉस' को बंद करने तक की मांग कर दी! शो के मेकर्स पर यह भी आरोप लगाया गया कि वे भारतीय संस्कृति का अपमान कर रहे हैं। कई समाजसेवी संगठनों के अलावा एक सांसद और विधायक ने भी इस शो के फॉर्मेट को गलत बताते हुए सूचना प्रसारण मंत्रालय को पत्र लिखा! सूचना प्रसारण मंत्रालय ने भी इस पत्र को गंभीरता से लिया और जाँच के आदेश दे दिए! विवाद बढ़ने के बाद शो के मेकर्स ने इस नियम को बदल तो दिया, पर उसके बाद भी लोगों की नाराजी कम नहीं हुई! कहा गया है कि 'बिग बॉस' हिंदू संस्कृति का अपमान कर युवा पीढ़ी को भटका रहा है। इस शो पर लव जिहाद को प्रमोट करने का भी आरोप लगा! कहा गया कि कश्मीर का लड़का आसिम एक ब्राह्मण लड़की अमायरा के साथ बेड शेयर कर रहा हैं! इसे लेकर लोगों ने आपत्ति जताई और इसे लव जिहाद का नाम दिया।
   साधु संतों की सर्वोच्च संस्था 'अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद' ने भी इस शो का विरोध करते हुए इसका प्रसारण तत्काल रोकने को कहा है। उनका कहना है कि 'बिग बॉस' का प्रस्तुतिकरण भारतीय संस्कृति के अनुकूल नहीं है। यह अश्लीलता एवं फूहड़ता फैलाकर सामाजिक समरसता को नुकसान पहुँचा रहा है। इस रियलिटी शो के बदले फॉर्मेट का मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया। कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने कलर्स टीवी के इस शो पर तुरंत रोक लगाने की मांग की! 'बिग बॉस' में अश्लीलता के खिलाफ मेरठ के लोग भी काफी आक्रोशित थे। इसके चलते शो के होस्ट सलमान खान के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अश्लीलता फैलाने का मुकदमा दायर किया गया। सुप्रीम कोर्ट ने इस अर्जी को स्वीकार कर लिया था। शो में हुआ पहला टास्क भी दर्शकों को काफी अश्लील लगा। ये टास्क घर की मालकिन बनीं अमीषा पटेल ने घरवालों को राशन जीतने के लिए दिया था। इसी साथ अमायरा जो कि ब्राह्मण हैं उसे बाथरूम साफ करने की जिम्मेदारी देने से समाज के लोग काफी नाराजी व्यक्त कर रहे हैं।
   इस बात को नकारा नहीं जा सकता कि देश में पिछले कुछ सालों से भारतीय संस्कृति के रक्षकों की संख्या बढ़ी है। अब वो माहौल नहीं है कि अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर कोई कुछ भी बोलेगा या दिखाएगा तो उसे अनदेखा किया जाएगा! संजय लीला भंसाली जैसे बड़े डायरेक्टर को अपनी फिल्म 'पद्मावत' को लेकर जबरदस्त विरोध सहना पड़ा था! यहाँ तक कि फिल्म का नाम बदलना पड़ा और फिल्म के कुछ हिस्से फिर से फिल्माना पड़े थे! आशय यह कि संस्कृति और सभ्यता से खिलवाड़ करने वालों को लोग आसानी से बख्शते नहीं हैं! ऐसे माहौल में 'बिग बॉस' के मेकर्स को भी ऐसा फॉर्मेट नहीं रखना था, जिस पर उंगली उठने की कोई गुंजाइश हो! पुरुष और महिला प्रतियोगी को एक बिस्तर पर सुलाना और खाने की सामग्री मुंह में दबाकर एक दूसरे को देना कहाँ की रचनात्मकता है? इस तरह का मनोरंजन वो भी प्राइम टाइम में दर्शक कैसे बर्दाश्त करेंगे, ये सोचा जाना था!
   शो की लोकप्रियता को लेकर जो सामाजिक मापदंड हैं, उन्हें किनारे नहीं किया जा सकता! हमेशा विवादित रहा 'बिग बॉस' इस बार भी कुछ ज्यादा ही सीमा लांघ गया! बेहतर होता कि इस प्राइम टाइम शो में क्रिएटिव टास्क रखे जाते, जो प्रतियोगियों में स्पर्धा बढ़ाते और कुछ अलग तरह का मनोरंजन परोसते! लेकिन, वो सब छोड़कर फूहड़ता से लोकप्रियता बटोरने की कोशिश की गई! 'बिग बॉस' ने अश्लीलता की जो लक्ष्मण रेखा पार की है, उसे उसकी भरपाई तो करना ही पड़ेगी! क्योंकि, अब दर्शक मनोरंजन के नाम पर कुछ भी झेलने के लिए मजबूर नहीं हैं!
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